नमक खाने से क्या होता है : नमक यानि Sodium chloride हमारे शरीर की कई गतिविधियों को सही से चलाने के लिए बहुत ज़रूरी है। नमक से मिलने वाला सोडियम हमारे शरीर का Fluid balance बनाने का काम करता है।
आपने देखा होगा कि अगर किसी को दस्त, डायरिया हो तो उसे नमक-चीनी का घोल दिया जाता है, क्योंकि उसके शरीर में नमक की कमी हो जाती है। नमक का रासायनिक नाम सोडियम क्लोराइड है।
नमक हमारे शरीर के Muscular functions और नर्वस सिस्टम के बीच चलने वाले इलेक्ट्रिक सिग्नल को सही तरीके से काम करते रहने के लिए जरुरी है।
मेडिकल साइंस के अनुसार सोडियम के साथ ही पोटेशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम वे तत्व हैं जो शरीर में होनेवाली इलेक्ट्रिकल एक्टीविटी को बनाए रखते हैं और कॉमन रूप मे इन सभी को नमक या Salt ही कहा जाता है।
तो नमक के फायदे हैं पर जरुरत से अधिक नमक खाने से नुकसान क्या हैं, आगे पढ़ें।

Table of Contents
ज्यादा नमक खाने के नुकसान | Salt side effects in hindi
1) नमक ज्यादा खाने से शरीर में पानी की कमी (Dehydration) होने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि शरीर में सोडियम के लेवल को कंट्रोल करनेवाले कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा घट जाती है। इसे प्यास बहुत ज्यादा लगती है।
2) ज्यादा नमक वाला भोजन लंबे समय तक लेते रहने से दिल की धड़कनें बढ़ने लगती हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इससे दिल का दौरा (Heart Stroke) या पैरालीसिस भी हो सकता है। इन बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को डॉक्टर की देखरेख में अपनी दवाइयां समय पर लेने के साथ ही अपने खानपान में नमक की मात्रा को कम करने की हरसंभव कोशिश करना चाहिए।
3) शरीर में सोडियम का लेवल बढ़ने पर यह या तो खून में बना रहता है या किडनी अपनी क्षमता से अधिक काम करके इसे शरीर से बाहर निकाल देती हैं. ये दोनों ही स्थितियां खतरनाक हैं।
4) बहुत से लोगों को यह लगता है कि वे दुबले होने के कारण स्वस्थ हैं और उन्हें या उनकी किडनियों को कभी कोई हानि नहीं पहुंच सकती जबकि अधिक नमक का प्रयोग सबको नुकसान पहुंचाता है।
5) हमारे शरीर की मांसपेशियां सोडियम के साथ ही सही मात्रा में पोटेशियम और मैग्नीशियम लेने से रिलेक्स रहती हैं, लेकिन सोडियम अधिक मात्रा में लेने पर बाकी तत्वों का Ratio बिगड़ जाता है। इससे शरीर में कई तरह की गड़बड़ियां हो सकती हैं. सोडियम की खुराक को दूसरे तत्वों खासकर मैग्नीशियम के द्वारा बैलेंस किया जाना बहुत ज़रूरी है।
6) अनिद्रा (Insomnia) या आधासीसी सिरदर्द (Migraines) का शिकार होने पर ये जांच करनी चाहिए कि भोजन में सोडियम की तुलना में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम है या नहीं। मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स लेने से हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों और भोजन में अधिक नमक लेनेवाले व्यक्तियों को लाभ होता है।
7) खाना खाते समय ऊपर से नमक बुरकना या थाली में अलग से नमक परोसना अच्छी बात नहीं है। इसके बजाय काला नमक या सेंधा नमक का प्रयोग करना फायदेमंद है क्योंकि उसमें मैग्नीशियम के अलावा कई अच्छे मिनरल्स भी मौजूद होते हैं।

सोडियम शरीर के लिए जरुरी है लेकिन इसे पाने के लिए नमक खाने के बजाय कुछ दूसरे अच्छे स्रोत का उपयोग करना चाहिए. सोडियम के सही व गलत सोर्स की जानकारी नीचे लिस्ट में दी जा रही है.
सोडियम के स्रोत | Sodium sources in hindi
अच्छे स्रोत (Healthy Sodium sources) –
- सब्जियां और फल
- चिकन
- मछली
- बीफ़
- अंडा
यदि आप शाकाहारी हैं तो पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियां खाकर सोडियम की कमी के कारण होनेवाली बीमारियों और गड़बड़ियों को कंट्रोल कर सकते हैं.
सोडियम के बुरे स्रोत (Unhealthy Sodium source) –
- खाने की रेलिशिंग/गार्निशिंग
- डिब्बाबंद सूप
- पैकेज्ड मीट
- प्रोसेस्ड चीज़/डेली मीट्स
- चिप्स
- समोसे/पकौड़े
- फ्रेंच फ्राइस
- सोडा ड्रिंक्स
- रोडसाइड फूड
अजीनोमोटो भी ऐसा ही एक बुरा सोर्स है। आइये अजीनोमोटो के बारे में जानते हैं कि कहीं आप भी तो इसे धोखे में नहीं खा रहे।
अजीनोमोटो क्या है | What is Ajinomoto in hindi
अजीनोमोटो भोजन को एक खास चटखारेदार स्वाद देनेवाला सोडियम सॉल्ट है। बहुत से पैकेटबंद सूप, नूडल्स, स्नैक्स में अजीनोमोटो होता है। ज्यादातर डॉक्टर व न्यूट्रीशन एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि अजीनोमोटो या MSG (Mono Sodium Glutamate) का सेवन करना शरीर के लिए उचित नहीं है।
अजीनोमोटो खाने के नुकसान | Ajinomoto ke nuksan
1) अजीनोमोटो खाने से माइग्रेन, सिरदर्द, पसीना आना, सीने में दर्द, दिल तेज धड़कना, शरीर में सूजन व दर्द, अस्थमा, थकान, मतली और डिप्रेशन भी हो सकता है। प्रयोगशाला में यह देखा गया है कि अजीनोमोटो (MSG) के प्रयोग से जंतुओं के ब्रेन सेल्स भी नष्ट हो गए।
2) अजीनोमोटो (MSG) के किसी भी रूप में इस्तेमाल से लर्निंग डिसेबिलिटीज़, एंडोक्राइन (ग्रंथि संबंधित) डिसॉर्डर, मोटापा, एल्ज़ीमर्स डिसीज़, एंज़ाइटी, पैरालीसिस, और मिर्गी के दौरे की शिकायतें देखने में आई हैं। यह सही है कि मनुष्यों में MSG के दुष्प्रभावों को लेकर कोई साइंटिफिक स्टडी अभी नहीं हुई है लेकिन प्रयोगशाला में जंतुओं पर इसके गंभीर परिणाम देखे जा चुके हैं।
3) यही कारण है कि कम उम्र के बच्चों को अजीनोमोटो (MSG) मिला भोजन व स्नैक्स देना ठीक नहीं समझा जाता है और नूडल्स व सूप आदि के पैक पर चेतावनी लिखी होती है।
अब आप यह जान गए हैं कि खानपान में Salt के साथ ही अजीनोमोटो या MSG का ज्यादा प्रयोग आपको कई Health problems का शिकार बना सकता है. इसलिए जहां तक संभव हो सादा व हल्का भोजन ही संतुलित मात्रा में लें.
नमक ज्यादा न खाएं तथा MSG युक्त भोजन से दूर ही रहें.
आपके आस पास भी कई लोग ज्यादा नमक खाते होंगे, आप उन्हें और अपने परिचितों के साथ यह लेख Whatsapp, facebook पर शेयर और फॉरवर्ड जरुर करें. अपने सवाल और सुझाव नीचे कमेंट करें।
यह भी पढ़ें >
- हाई ब्लड प्रेशर क्या है और ये क्यों होता है, इससे कैसे बचें ?
- काला नमक और सेंधा नमक खाने के बेहतरीन फायदे
- कहीं आप भी विटामिन D की कमी के शिकार तो नहीं, पढ़ें लक्षण और उपचार
- सेंधा नमक के फायदे और काला नमक के फायदे की जानकारी
- साल्ट लैंप क्या है, साल्ट लैंप जलाने के फायदे
- मोटापा कम करने के 7 आसान उपाय
- हाई ब्लड प्रेशर है तो ये 7 चीज़ें खाएं | High blood pressure diet in hindi
source – The nutrition source : Salt and Sodium, What Happens if you eat too much salt, What is MSG, Is it bad for you
बहुत ही उपयोगी जानकारी दी है आपने। शेयर करने के लिए धन्यवाद।
नमक और अजीनोमोटो के बारे में बहुत ही उपयोगी जानकारी दी है आपने।धन्यवाद।
हमें घर में अक्सर ज्यादा मात्रा में नमक खाने से मना किया जाता है। लेकिन हम हैं कि मानते नहीं। स्वाद की खातिर हम रोज ही स्वास्थ्य को दांव पर लगाते हैं। जोकि अच्छी बात नहीं है। आपकी यह पोस्ट निसंदेह जागरूगता फैलाने में कामयाब होगी।
बहुत अच्छा post है। जानकारी के लिये धन्यवाद।