देसी कुत्ते इंडिया में जीरो पर विदेशों में हीरो बन गये हैं | Desi Kutte

Table of Contents

देसी कुत्ते की जानकारी | Indian Pariah Dog in hindi :

भारतीय कुत्ते की नस्ल को Indian Pariah Dog कहते हैं। ये देसी कुत्ते कई मामलों में विदेशी नस्ल के कुत्तों से ज्यादा बढ़िया होते हैं पर इनके साथ ‘घर की मुर्गी दाल बराबर’ वाला हाल होता है। माना जाता है कि ये देसी नस्ल 4,500 साल से ज्यादा पुरानी है।

देसी कुत्ते की पहचान –

मीडियम साइज़ के इन कुत्तों का रंग आमतौर पर भूरा (Brown) होता है, ये गहरे भूरे से भूरे-लाल रंग के शेड में पाए जाते हैं। कुछ में सफेद रंग के निशान भी होते हैं।

एकदम काले रंग के देसी कुत्ते कम होते हैं। देसी कुत्ते के कान खड़े और pointed होते हैं। इनकी थूथन (Muzzle) थोड़ा लंबी और pointed होती है।

देसी कुत्ते के फायदे और खासियतें | Indian Dog qualities in hindi 

हाल के कुछ वर्षों में कई विदेशियों ने भारतीय देसी कुत्ता पालने में रूचि दिखाई है। दुनिया में फ़्रांस, अमेरिका, नीदरलैंड, जर्मनी, कनाडा जैसे कई देशों के लोग भारत से वापस लौटते समय देसी Dogs adopt कर लेते हैं। 

1) देसी नस्ल के ये कुत्ते समझदार, मजबूत और सक्रिय होते हैंइन्हे आसानी से ट्रेनिंग दी जा सकती है और ये रखवाली के लिए बहुत सही हैं।

2) भारतीय कुत्तों की देसी नस्ल बड़ी आसानी से किसी भी स्थान, परिवेश में ढल जाते हैं और ये व्यवहारिक (social) होते हैं।

3) देसी कुत्तों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़िया होती है और इन्हें ज्यादा देखरेख की जरुरत भी नही पड़ती। 

Desi kutte ki jankari
Desi dog breed

विदेशों की तुलना में भारत में कुत्ता पालने का Culture काफी कम है। यहाँ शहरों में ज्यादातर अमीर लोग ही कुत्ते पालते हैं, जिनके लिए ये शौक के साथ ही ये घर की सेफ्टी का उपाय भी होते हैं। 

टीवी, एड जैसे मीडिया की देखा-देखी हम Indian एक से बढ़कर एक महंगी ब्रीड के कुत्ते लाते हैं, जो Status symbol बन गये हैं। जमीनी हकीकत जाने बिना लोग ये महंगे कुत्ते पाल तो लेते हैं, पर इन्हें पालना इतना आसान नहीं होता। 

विदेशी कुत्ते के बारे में जानकारी और इनकी समस्याएँ | Foreign dog breed health problems in hindi 

1) ये महंगे विदेशी कुत्ते भारतीय मौसम के हिसाब से सही नहीं होते। टेम्परेचर बदलने से इन्हें कई Health problems हो जाती हैं। इनको बराबर टीकाकरण (Vaccinations) और चेकअप की जरुरत होती है। 

2) इन्हें अक्सर ही पेट, साँस, त्वचा सम्बन्धी समस्याएँ होती रहती हैं. विदेशी कुत्तों की Breeding में भी कई समस्याएँ होती हैं

3) असल में कुत्तों की ज्यादातर विदेशी नस्लें शुद्ध नस्ल के न होकर कुत्तों की दो-तीन अलग-अलग नस्ल के संकर (हाइब्रिड) होते हैं। हाइब्रिड नस्ल के ये कुत्ते देखने में भले ही बड़े प्यारे लगें मगर इनमें कई जन्मजात स्वास्थ्य समस्याएँ होती हैं। 

शौक-शौक में ख़रीदे गए ऐसे कुत्तों को पालने वाले लोग बाद में परेशान होते हैं। 

Videshi Kutte ke bare me jankari
1. Siberian huskies  2. Pug  3. Bulldog  4. Saint Bernard

4) घने बालों वाले Siberian Huskies ठंडे देशों की नस्ल है, भारत जैसे गर्म-उमस भरे मौसम के लिए नहींSaint Bernard नस्ल के भारी कुत्ते को दिन में कम से कम 3 बार आपको घुमाना पड़ेगा नहीं तो उसकी सेहत ख़राब होनी ही है। 

5) वोडाफोन के एड वाला छोटा कुत्ता Pug और Bulldog नस्ल के कुत्ते को ओवरहीटिंग, स्किन, स्वांस व आँखों की समस्या होती है, जिससे अक्सर उनकी असामयिक मृत्यु हो जाती है। 

तो क्या सिर्फ अपने मनोरंजन, सजावट और स्टेटस सिंबल के लिए विदेशी कुत्ते पालना उन पर अत्याचार करना नहीं है। इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने साल 2016 से विदेशी नस्ल के कुत्तों के इम्पोर्ट पर रोक लगा दी है। 

केवल Defense, Armed & Police forces व कुछ अन्य सरकारी संस्थाओं को ही Foreign dog breeds के इम्पोर्ट की अनुमति दी गयी है। रोक भले ही लगा दी गयी हो पर अभी भी चोरी-छुपे इनकी कमर्शियल ब्रीडिंग और गलत तरीके से इम्पोर्ट चालू है क्योंकि लोग तो डिमांड करते ही हैं। 

जब-जब किसी भारतीय देसी वस्तु या व्यक्ति का विदेशों में महत्व समझा जाता है, तभी हम देसी लोगों में उस चीज़ के प्रति देशभक्ति, गर्व और आस्था की भावना उमड़ती है। चाहे भारतीय योग-दर्शन, दोने-पत्तल का प्रयोग, देसी जड़ी-बूटियां का महत्व हो या बासमती चावल, हल्दी के पेटेंट की बात। 

ये Dogs यहाँ-वहाँ कूड़े में मुंह मारते, घरों के फेंके बचे-खुचे खाने से अपनी जिंदगी काटते हैं। कभी किसी गाड़ी के नीचे आकर तो कभी लोगों के भद्दे मजाक का शिकार होकर कितने ही देसी कुत्ते (Desi dogs) मारे जाते हैं। 

हालाँकि कई शहरों में बहुत से ऐसे NGO सामने आये हैं, जिन्होंने इन देसी नस्ल के आवारा कुत्तों के बचाव के लिए कई कदम उठायें हैं. पर फिर भी इस क्षेत्र में काफी सुधार की गुंजाईश है। 

हम उम्मीद करते हैं कि भावुक होकर न सही, विज्ञान और नैतिकता के नजरिये से भी हम लोग जीव-जगत के इस प्यारे देसी दोस्त (Indian pariah dogs) को अपनाना पसंद करेंगे। 

चीता के बारे में 21 गजब जानकारी जरूर पढ़ें

मोगली की असली पूरी कहानी क्या थी ? जानें 

Desi Kutte के बारे में जानकारी अपने दोस्तों को जरूर बतायें और ऐसे लोगों के साथ व्हाट्सअप्प, फ़ेसबुक शेयर जरूर करें जोकि विदेशी कुत्ते पालते हों।  

Share on WhatsApp