क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर और ब्रैड हॉग की कहानी से सचिन के जबर्दस्त कॉन्फिडेंस का पता चलता है। ये बात 2007 के अक्टूबर महीने की है। India और Australia के बीच Cricket match series चल रही थी। इसी सीरीज में तीसरा वनडे मैच 5 अक्टूबर को राजीव गाँधी इंटरनेशनल स्टेडियम, हैदराबाद में हुआ था।
ब्रैड हॉग और सचिन तेंदुलकर की कहानी | Brad Hogg and Sachin Tendulkar story
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 290 रन का स्कोर खड़ा किया था. जवाब में Indian Cricket team बैटिंग करते हुए टारगेट का पीछा कर रही थी। 24 वें ओवर में सचिन तेंदुलकर बैटिंग कर रहे थे और ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉग बॉलिंग कर रहे थे।
इस ओवर की लास्ट बॉल पर सचिन हिट करना चूक गये, बाल सीधे स्टंप पर जा लगी और सचिन बोल्ड हो गये। सचिन के आउट होने से ब्रैड हॉग की ख़ुशी का ठिकाना नहीं, आखिर उसने क्रिकेट के भगवान का विकेट लिया था। ऑस्ट्रेलिया यह मैच 47 रन से जीत गयी थी।
इस मैच के अगले दिन दोनों देश की क्रिकेट टीम Net practice कर रही थीं। नेट प्रैक्टिस के दौरान Brad Hogg सचिन के पास एक फोटो पर ऑटोग्राफ लेने आया। जिस फ़ोटो पर ब्रैड हॉग सचिन से औटोग्राफ लेने आया था वो एक दिन पहले Sachin Tendulkar को आउट करने की थी।
सचिन ने फोटो पर एक लाइन लिखकर उसके नीचे Signature करके ब्रैड हॉग को दे दिया।
सचिन ने फोटो पर लिखा – This will never happen again, Hoggy (ये अब दुबारा कभी नहीं होगा, हॉगी)
सचिन तेंडुलकर की ये भविष्यवाणी 100% सच हुई और वाकई ऐसा दोबारा कभी नहीं हो पाया। ब्रैड हॉग ने सचिन तेंडुलकर को 1 बार आउट किया बस, दुबारा कभी नहीं।
– Sachin और Brad Hogg इस सीरीज के बाद 17 बार एक दूसरे के खिलाफ खेले लेकिन ब्रैड सचिन को आउट नहीं कर पाया। इस तरह सचिन ने बिना कोई बहस या व्यंग किये, क्या सही बदला ले लिया।
– एक बड़ी लाइन को छोटा करने के लिए उसे मिटाने की जरुरत नहीं। आप उससे बड़ी एक लाइन खींच दीजिये, पहली लाइन खुद बखुद छोटी हो जाएगी।
– महान लोगों की यही खासियत होती है कि वो बहस करके नीचे लेवल पर नहीं उतरते, बल्कि जवाब में वो ऐसा काम कर जाते हैं कि मिसाल बन जाते हैं।
सचिन तेंडुलकर के लाइफ की कहानी (Brad hogg and sachin tendulkar story in hindi) दोस्तों के लिए फ़ेसबुक, व्हाट्सप्प पर शेयर जरूर करें जिससे कई लोग ये कहानी पढ़ सके।