चावल पूरे विश्व में 2nd नंबर पर सबसे ज्यादा उगाये जाने वाला अन्न है। दुनिया का करीब 20 % चावल भारत में उगाया जाता है। दुनिया भर में Rice की 40,000 से भी ज्यादा किस्में पाई जाती हैं। विश्व स्तर पर पहले स्थान पर China और India दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा चावल (Rice) का उत्पादन करता है।
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चावल के प्रकार और चावल खाने के फायदे | Types of Rice
उत्तर भारत में चावल खाने का आवश्यक अंग है तो South India में यह मुख्य भोजन के रूप में प्रयोग होता है। संस्कृत भाषा में कच्चे चावल को तंडुल और पके चावल को ओदन कहा जाता है। चावल के प्रकार और चावल खाने के फायदे जानिए इस पोस्ट में।
1) सफ़ेद चावल के फायदे | White Rice benefits
सफेद चावल खाने से डायरिया, पेचिश, कोलाइटिस जैसे पेट के रोगों में भी आराम पहुंचता है। सफेद चावल भारत में सबसे ज्यादा खाया जाता है। सफेद चावल चावल बनने में समय कम लेता है और आसानी से पच भी जाता है।
2) ब्राउन राइस के फायदे | Brown Rice benefits
ब्राउन राइस में ज्यादा फाइबर, ज्यादा प्रोटीन और पोषक तत्व पाए जाते हैं जोकि सेहत सही रखते हैं। ब्राउन राइस में कम स्टार्च (Low Starch) और कम कैलोरी होती हैं। वजन कम करने में ब्राउन राइस खाना लाभदायक है क्योंकि ये Low-carb, Low-calorie और High nutrients युक्त होता है। ब्राउन चावल में पाए जाने वाला प्राकृतिक तेल शरीर में बढे कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में सहायक है। ब्राउन राइस कई फायदेमंद गुणों से युक्त है तभी तो आजकल यह काफी ज्यादा उपयोग किया जा रहा है।
3) तिन्नी का चावल के फायदे या लाल चावल के फायदे | Tinni ke Chawal
तिन्नी चावल खाने से शरीर में इन्सुलिन और ब्लड शुगर संतुलित रहता है। तिन्नी चावल का लाल रंग इसमें पाए जाने वाले भरपूर लौह तत्व की वजह से होता है। तिन्नी चावल या लाल चावल में पाए जाने वाला विटामिन B6 लाल रक्त कणिकाओं को बनाने और सेरोटोनिन निर्माण को संतुलित करने में सहायक है.
4) सेला चावल के फायदे या उसना चावल खाने के फायदे | Usna Rice or Sella Rice meaning
धान को कूटने से पहले हल्का सा उबाल कर सेला चावल या भुजिया चावल बनाये जाते हैं। उसना चावल, भुजिया चावल या पक्का चावल Diabetes (मधुमेह ) के रोगियों के लिए लाभदायक होता है। भुजिया चावल खाने से कैल्शियम, मैगनिशियम, आयरन, पोटैशियम जैसे पोषक तत्व मिलते हैं।
5) सबसे अच्छा चावल – बासमती चावल के फायदे | Basmati Rice benefits
महकने वाले बासमती चावल की खेती मुख्यतः भारत और पाकिस्तान में की जाती है। बासमती चावल लम्बे, लाजवाब खुशबु वाले और पकने पर खिले-खिले से बनते हैं। America में भी बासमती की कुछ किस्में उगाई जाती है पर वह भारतीय बासमती चावल के सामने कहीं नहीं ठहरती।
– भारत में बासमती चावल की खेती का 60 % से ज्यादा हरियाणा में पैदा होता है। हरियाणा के ‘करनाल’ जिले में भारत का सबसे बढ़िया किस्म का बासमती चावल पैदा किया जाता है.
– बासमती चावल (Basmati Rice) की खास खुशबु की वजह अरोमा कंपाउंड 2-एसीटिल -1-पायरोलिन तत्व की वजह से होती है। यह केमिकल प्राकृतिक रूप से बासमती चावल में बाकि चावलों की तुलना में 12 गुना ज्यादा पाया जाता है, जोकि बासमती चावल को खास भीनी खुशबु और स्वाद देता है।
महकने वाले चावल (Aroma Rice in hindi) : दुनिया भर में बासमती चावल (Basmati Rice) और चमेली चावल, महकने वाले चावल की किस्म में सबसे ज्यादा मशहूर है.
चमेली चावल (Jasmine Rice in hindi) : मुख्यतः थाईलैंड में उगाया जाता है. ये चावल लम्बे, खुशबूदार और पकाने के बाद कुछ चिपचिपे होते हैं. चमेली चावल की लम्बाई बासमती चावल से कम होती है और यह बासमती चावल से थोड़े मोटे होते हैं.
धान से ब्राउन राइस कैसे बनता है | Brown Rice
सफ़ेद चावल और ब्राउन राइस एक ही चावल के दो प्रकार है। खेत से काटकर लाए गए धान को कूटने से उसका ऊपरी छिलका निकल जाता है। इससे जो चावल निकलता है, उसका रंग सफेद और चमकदार नहीं होता है बल्कि हल्का भूरा सा रंग लिए हुए होता है। चावल का यह रंग चावल में मिले फाइबर और पोषक तत्वों की परत की वजह से होता है।
अब पता नहीं कैसे यह फैशन बन गया कि चावल मोतियों जैसे चमकदार दिखें चाहे भले ही उसके पोषक तत्व चले जाएँ. इस लिए ब्राउन राइस की कुटाई, घिसाई और पोलिशिंग की जाने लगी जिससे सफ़ेद, चमकदार चावल आने लगे जोकि ज्यादातर बाजार में मिलते हैं।
हाल के कुछ वर्षों में लोगों में ब्राउन राइस के फ़ायदों पर ध्यान दिया है, जिससे ब्राउन राइस खूब बिकने लगा है। असल में सफ़ेद चावल में ब्राउन राइस की तुलना में काफी कम पोषक तत्व पाए जाते हैं। सफेद चावल में पोषक तत्व कम और कार्बोहाइड्रेट ही सबसे ज्यादा होता है। फाइबर युक्त होने की वजह से ब्राउन राइस कोलेस्टेरॉल कम करने में फायदेमंद देखा गया है।
चावल खाने से क्या होता है, चावल के पोषक तत्व | Nutritional value of Rice
चावल खाने से शरीर को कुछ खास तरह के विटामिन, पोषक तत्व मिलते हैं जोकि इस प्रकार हैं।
Methionine : यह एक एमिनो एसिड है जिसमे सल्फर होता है। यह फ्री-रेडिकल्स की वजह से स्किन पर होने वाले नुक्सान को रोकता है। चावल खाना लीवर को डेटोक्स करता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है। यह बालों और स्किन को बेहतर बनाता है, बाल कम सफ़ेद होते हैं और स्किन पर महीन लकीरें भी कम बनती हैं।
Vitamin A1 : ये विटामिन नर्वस सिस्टम, हार्ट के लिए अच्छा है और जलन, सूजन कम करता है। चावल विटामिन B3 का भी अच्छा स्रोत है। चावल बनाने से पहले कुछ देर भिगो कर रखने से यह फायदे बढ़ जाते हैं।
RS (Resistance Starch) : चावल खाने के बाद इस तत्व का बड़ी आंत में किण्वन (Fermentation) होता है। इससे कैंसर से बचाव होता है, लिपिड प्रोफाइल बढ़ता है और बुरे बैक्टीरिया की बढ़त रूकती है।
FAQ –
A: राइस (Rice) कहते हैं।
A: फूड पॉइज़निंग, पेट दर्द, डायरिया, विटामिन की कमी, खून की कमी, पीरियड संबंधी रोग हो सकते हैं।
A: कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, आयरन, फॉलिक ऐसिड, विटामिन बी, जिंक, मैंगनीज, सेलेनियम, फॉस्फोरस आदि।
A: राइस फ्लोर (Rice Flour) कहते हैं।
A: डोसा, इडली, मोदक, फिरनी, चकली, इडियप्पम, फरा, भाकरी, चकली, पापड़ आदि।
A: आंध्र प्रदेश
दुनिया का सबसे महंगा चावल कौन सा है
सबसे महंगा चावल जापान का Kinmemai Premium Rice है। इसे उगाने वाली कंपनी का नाम Toyo Rice corporation है। 30 जून 2016 को यह चावल 109 Dollar/Kg (करीब 8000 रुपये प्रति किलो) में Tokyo Rice Corporation द्वारा बेचा गया।
ये चावल ऑनलाइन बेचा जाता है। इस चावल के 1 पैक में 6 गोल्डन अवार्ड विजेता चावल के पैक हैं। अपनी इस भारी कीमत की वजह से किनमेमाई प्रीमियम दुनिया का सबसे महंगा चावल Guinness book of World Records में भी शामिल हुआ है।
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