इस पोस्ट में हम पायल पहनने के फायदे, बिछिया पहनने के फायदे और चूड़ी पहनने के फायदे के बारे में जानेंगे।औरतों का शरीर और मन पुरुषों की अपेक्षा कोमल, संवेदनशील होता है। औरतों के शरीर में Hormones के उतार-चढाव का शरीर, मन और विचारों पर काफी असर होता है। इसके साथ ही घर परिवार की बीसों जिम्मेदारियों की बात की जाय तो औरतें तन-मन से समर्पित रहती है।
प्राचीन वैज्ञानिको, ऋषियों ने कुछ रिवाज़, कुछ ऐसे उपकरण बनाये जिससे औरतों के तन-मन और Health की रक्षा हो सके। प्रचलन में बढ़ने पर इनको सुन्दर गहनों का रूप मिलने लगा और यह नियमपूर्वक पहने जाने लगे।
- सोने के गहने (Gold jewelry) गर्मी और चांदी के गहने ठंडी का असर शरीर में पैदा करते हैं।
- कमर के ऊपर के अंगों में सोने के गहने और कमर से नीचे के अंग में चांदी के आभूषण पहनने चाहिए। यह नियम शरीर में गर्मी और शीतलता का संतुलन बनाये रखता है।
पायल पहनने के फायदे –
पैरों में हमेशा चांदी की पायल पहने। सोने की पायल शारीरिक गर्मी का संतुलन खराब करके रोग पैदा कर सकती हैं।
पायल पैरों से निकलने वाली शारीरिक विद्युत ऊर्जा को शरीर में रोककर रखती है।
पायल महिलाओं के पेट और निचले अंगों में वसा (Fat) बढ़ने की गति को रोकता है।
वास्तु के अनुसार पायल की छनक निगेटिव ऊर्जा को दूर करती है।
चांदी की पायल पैरो से घर्षण करके पैरों की हड्डियाँ मजबूत बनाती हैं।
पैर में Payal पहनने से महिला की इच्छा-शक्ति (Will power) मजबूत होती है। आपने देखा भी होगा कि औरतें अपने हेल्थ की चिंता किये बिना पूरी लगन से परिवार के पालन में जुटी रहती हैं।
चूड़ी पहनने के फायदे –
चूड़ी कलाई की स्किन पर रगड़ने से हाथों में रक्त संचार (Blood circulation) बढाती है। यह घर्षण एनर्जी भी पैदा करता है जोकि थकान को जल्दी हावी नहीं होने देता।
कलाई में गहने पहनने से सांस के रोग, ह्रदय रोग की सम्भावना घटती है। चूड़ी मानसिक संतुलन बनाने में मदद करती है। एक औरत को सभी काम पर बराबर ध्यान देने के लिए सही मेंटल बैलेंस जरुरी है।
चटकी हुई या दरार पड़ी हुई चूड़ियाँ नहीं पहननी चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा (Negative energy) बढती है।
लाल रंग और हरे रंग की चूड़ियाँ सबसे अच्छे असर वाली मानी जाती हैं। शनिवार व मंगलवार के दिन चूड़ी नहीं खरीदना चाहिए।
बिछिया पहनने के फायदे –
मछली के आकार की बिछिया सबसे असरदार मानी जाती है। मछली का आकार का मतलब बीच में गोलाकार और आगे- पीछे कुछ नोकदार सी।
ज्यादातर विवाहित महिलाएं पैरो में बीच की 3 उँगलियों में बिछिया पहनती है। यह गहना सिर्फ साज-श्रृंगार की वस्तु लगती है, लेकिन इस पुराने रिवाज के पीछे वैज्ञानिक कारण छुपा है।
दोनों पैरों में बिछिया पहनने से महिलाओं का हार्मोनल सिस्टम सही रूप से कार्य करता है।
बिछिया Acupressure की साइंस पर काम करती है जिससे शरीर के निचले अंगों के नर्वस सिस्टम और मांसपेशियां मजबूत बनी रहती हैं।
ऐसा माना जाता है कि Bichhiya एक खास नस पर प्रेशर बनाती है जोकि गर्भाशय (Uterus) में सही से रक्तसंचार प्रवाहित करती है। इस प्रकार बिछिया औरतों की गर्भधारण क्षमता ( fertility) को स्वस्थ रखती है।
सपने में पायल, बिछिया देखने का मतलब पति से प्यार बढ़ने, खुशहाल दाम्पत्य जीवन का संकेत है।
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